टोक का पिंडारी वंश अमीर खाँ पिंडारी अमीर खाँ मुरादाबाद जिले में संभल गाँव क…
करौली का यादव वंश करौली के यादव वंशी राजा स्वयं को कृष्ण भगवान के वंशज मानते थे । रा…
डॉ. ए. बी लाल के अनुसार यही वह मरूभूमि है, जिसे हम वर्तमान में जैसलमेर कहते है पौराण…
भरतपुर की स्थापना दशरथ के पुत्र भरत के नाम से हुई । आधुनिक भरतपुर की स्थापना 1733 ई.…
आबू पर्वत पर गुरू वशिष्ठ ने यज्ञ करवाया, जिसमें अग्निकुण्ड से प्रतिहार, परमार, चालुक…
प्रतिहार शब्द का अर्थ ' द्वारपाल ' है, क्योंकि प्रतिहारों ने अरब आक्रमणकारिय…
स्मिथ के अनुसार " हर्ष की मृत्यु के बाद से तुर्कों के आधिपत्य तक राजपूत इतने …
गणेश्वर सभ्यता सीकर के नीम का थाना क्षेत्र में रैवासा गांव की खंडेला पहाडियों में …
बैराठ राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 85 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। इसका नाम प्…