मुगल स्थापत्य कला
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मुगल कालीन कला एवं स्थापत्य कला | Mughal Art and Architecture |
- बाबर ने पानीपत और संभल की मस्जिदों का निर्माण करवाया अयोध्या में बाबरी मस्जिद इसका निर्माण अकबर के सेनापति मीर बाकी ने करवाया था
- हिमायू ने दिल्ली में दीनपनाह नामक भवन का निर्माण करवाया था
- शेरशाह ने दिल्ली में किला ए कुहना नामक मस्जिद का निर्माण करवाया था और सासाराम बिहार में अपना मकबरा बनवाया था
अकबर की स्थापत्य कला
- अकबर - हिमायू का मकबरा अकबर के काल की प्रथम इमारत थी इसका मुख्य वास्तुकार मिर्जा मीरक था यह मुगल काल का प्रथम मकबरा है जो चारबाग पद्धति पर निर्मित है दोहरे गुंबद का प्रयोग किया गया है इस मकबरे में मुगल राज घराने के सर्वाधिक सदस्य हिमायू के मकबरे में ही दफनाए गए हैं मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर को अंग्रेज सेनापति द्वारा हुमायूं के मकबरे से ही गिरफ्तार किया गया था अकबर द्वारा निर्मित प्रमुख किले इलाहाबाद का किला लाहौर का किला कटक उड़ीसा का किला अजमेर का किला अकबर द्वारा निर्मित किलो का मुख्य वास्तुकार कासिम खान था
फतेहपुर सीकरी
- अकबर ने 1570 में फतेहपुर सीकरी नामक नगर बसाया इस नगर का मुख्य वास्तुकार बहाउद्दीन शाह फतेहपुर सीकरी में निर्मित प्रमुख इमारतें दीवाने आम दीवाने खास बीरबल महल पंच महल जोधाबाई का महल फतेहपुर सीकरी की सबसे बड़ी इमारत है तुर्की सुल्तान का महल जामा मस्जिद फतेहपुर सीकरी की सबसे सुंदर इमारत है बुलंद दरवाजा अकबर ने इसका निर्माण गुजरात विजय की याद में यह दरवाजा बनवाया था यह भारत का सबसे ऊंचा दरवाजा है इसकी ऊंचाई 176 फीट है
शेख सलीम चिश्ती का मकबरा
- अकबर ने इसे लाल पत्थर से बनवाया था लेकिन जहांगीर ने इसे तुडवा कर सफेद संगमरमर से बनवाया और फतेहपुर सीकरी की यह एकमात्र इमारत है जो सफेद संगमरमर से बनी हुई है इबादत खाने का निर्माण भी फतेहपुर सीकरी में अकबर ने ही करवाया था 1576 में इसका निर्माण करवाया गया
जहांगीर के काल में मुगल स्थापत्य कला
- अकबर का मकबरा आगरा के समीप सिकंदरा नामक स्थान पर यह गुंबद विहीन मकबरा है
- इत्म्यदुदौला का मकबरा आगरा में नूरजहां की देखरेख में और मुगल काल की पहली इमारत जिसमें पूर्णतय संगमरमर का प्रयोग किया गया है मुगल काल की पहली इमारत जिसमें पित्रादुरा अर्थार्थ संगमरमर में हीरे जवाहरात की सजावट की गई है
- जहांगीर का मकबरा लाहौर के समीप शहादरा नामक स्थान पर नूरजहां की देखरेख में बनाया गया था
शाहजहां के काल में मुगल स्थापत्य कला
- शाहजहां का काल मुगल स्थापत्य का स्वर्ण काल माना जाता है शाहजहां को निर्माताओं का राजकुमार कहा जाता है शाहजहां द्वारा दिल्ली में निर्मित इमारतें दीवाने आम दीवाने खास अपने अंतिम दिनों में इसी भवन में कैद रहा
ताजमहल
- ताजमहल का निर्माण 1631 से प्रारंभ हुआ और 1653 में पूर्ण हुआ कुल 22 वर्ष लगे ताजमहल का मुख्य वास्तुकार हमीद लाहौरी था जिसने जहांगीर ने नादिर उल असरार की उपाधि दी थी तथा ताजमहल का प्रधान मिस्त्री उस्ताद ईसा था जोकि मिस्र का निवासी था
दिल्ली में निर्मित इमारतें
- शाहजहां ने 1638 में दिल्ली में शाहजहांनाबाद नामक नगर बसाया और इस नगर के भीतर ही लाल किले का निर्माण करवाया लाल किले का मुख्य वास्तुकार अहमद था लाल किले के निर्माण में धौलपुर के पत्थर का प्रयोग किया गया है शाहजहां ने लाल किले में दीवाने आम दीवाने खास रंग महल आदि इमारतों का निर्माण करवाया था बादल खान द्वारा बनाया गया तख्ते ताऊस मयूर सिहासन दीवाने आम में ही रखा हुआ था दीवान-ए-खास में फिर दोस्ती की पंक्तियां दुनिया में अगर कहीं स्वर्ग है तो यहीं है यहीं है यहीं है महल साम्राज्य का आरंभ था
जामा मस्जिद
- शाहजहां ने 1644 में दिल्ली की जामा मस्जिद का निर्माण करवाया जो भारत की सबसे बड़ी मस्जिद मानी जाती है कुव्वत-उल-इस्लाम दिल्ली में भारत की प्रथम मस्जिद कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाई थी
औरंगजेब के काल में स्थापत्य कला
- औरंगजेब ने 1679 में अपनी पत्नी रबिया दुर्रानी का औरंगाबाद में मकबरा बनवाया जिसे बीबी का मकबरा और दक्षिण का ताजमहल भी कहा जाता है औरंगजेब ने दिल्ली के लाल किले में मोती मस्जिद का निर्माण करवाया था औरंगजेब ने लाहौर में बादशाही मस्जिद का निर्माण करवाया था
मुगल कालीन चित्रकला
- बाबरनामा में वीजाद नामक एक मात्र चित्रकार का उल्लेख मिलता है वीजाद को पूर्वी का राफेल कहा जाता है
- जहांगीर का काल मुगल चित्रकला का स्वर्ण काल कहा जाता है जहांगीर के दरबार में अबुल हसन उस्ताद मंसूर नादिर मोहम्मद मुराद Mohra आदि चित्रकार थे मंदसूर पशु पक्षियों के चित्रों का विशेषज्ञ था अबुल हसन व्यक्तिगत चित्रों का विशेषज्ञ था
- अबुल हसन ने जहांगीरनामा में मुख्य पृष्ठ पर जहांगीर का चित्र बनाया था का सबसे प्रसिद्ध चित्र साइबेरिया के सारस का चित्र है
संगीतकार
- अकबर के दरबार में तानसेन बाज बहादुर और बैजू बावरा जैसे संगीतकार थे अकबर का सर्वश्रेष्ठ गायक था
- तानसेन का वास्तविक नाम राम तनु पांडे था अकबर से पहले तानसेन रीवा कालिंजर के राजा रामचंद्र के दरबार में था अकबर ने तानसेन को कंठ वाणी विलास की उपाधि दी इनके गुरु का नाम हरिदास था तानसेन ग्वालियर के सूफी संत मोहम्मद गौस के भी शिष्य थे
- शाहजहां के दरबार का मुख्य संगीतकार लाल खान था इसे लाल खान को गुण समुंदर की उपाधि दी थी
मुगल साहित्य
- मुगल काल की राजभाषा फारसी थी अधिकांश ग्रंथों की रचना फारसी भाषा में ही हुई है
बाबरनामा
- यह बाबर की आत्मकथा है जिसकी रचना बाबर ने तुर्की भाषा में की थी तुजुक ए बाबरी नाम से भी जाना जाता है इस का फारसी अनुवाद रहीम ने किया था बाबर ने बाबरनामा में 5 मुस्लिम और 2 हिंदू राजाओं का उल्लेख किया है
- दिल्ली में इब्राहिम लोदी, गुजरात में मुजफ्फर, मालवा में, बंगाल में नमरुत शाह, बहमनी से कली मुला शाह, मेवाड़ में राणा संग्राम सिंह, विजय नगर में कृष्णदेवराय बाबर के अनुसार भारत का सबसे शक्तिशाली शासक कृष्णदेव राय था
- तारीख ए रसीदी मिर्जा Haider बाबर का चचेरा भाई द्वारा लिखी गई
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