नमस्कार दोस्तों Raj GK में आपका स्वागत है आज हम राजस्थान में पर्यटन विकास ( Rajasthan me Paryatan ) topic के बारे में महत्वपूर्ण Fact आपके लिए लेकर आए हैं यह पोस्ट Rajasthan GK से संबंधित है Rajasthan Tourism in Hindi में उल्लेख किया गया है
राजस्थान में पर्यटन - Rajasthan Tourism in Hindi
- विश्व पर्यटन दिवस 27 सितम्बर को मनाया जाता है ।
- भारतीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी को मनाया जाता है ।
- U.N.O. ने 2003 को अन्तर्राष्ट्रीय ईको ट्यूरिज्म वर्ष के रूप में घोषित किया ।
- भारत का पर्यटन वाक्य है ( India tourism tagline ) ' अतिथि देवों भव ' ।
- राजस्थान का पर्यटन वाक्य है ( rajasthan tourism tagline ) ' जाने क्या दिख जाये ' ।
- इससे पूर्व राजस्थान का पर्यटन वाक्य ( rajasthan tourism tagline ) ' अतुलनीय राजस्थान ' था ।
- भारत में सर्वाधिक पर्यटक फ्रांस से आते है ।
- फ्रांस के पश्चात इग्लैण्ड, अमेरिका, जर्मनी, इटली का स्थान है ।
राजस्थान में पर्यटन का विकास - Rajasthan me Paryatan
- भारत मे आने वाला हर तीसरा पर्यटक राजस्थान मे अवश्य आता है ।
- पर्यटन विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाला राज्य का दूसरा सबसे बड़ा उद्योग है ।
- विदेशी पर्यटकों की दृष्टि से राजस्थान का भारत में 5 वां स्थान है ।
- राजस्थान मे विदेशी पर्यटकों की दृष्टि से प्रथम स्थान जयपुर का तथा दूसरा स्थान उदयपुर का है ।
- राज्य में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक मार्च के महीने में आते है ।
- राज्य में सबसे कम विदेशी पर्यटक जून के महीने में आते है ।
- स्वदेशी पर्यटको की दृष्टि से राजस्थान का भारत में 7 वां स्थान है ।
- राजस्थान मे स्वदेशी पर्यटको की दृष्टि से प्रथम स्थान अजमेर का तथा दूसरा स्थान पुष्कर का है ।
- राज्य में सर्वाधिक स्वदेशी पर्यटक सितम्बर के महीने में आते है ।
- राज्य में सबसे कम स्वदेशी पर्यटक जून के महीने में आते है ।
- राजस्थान में पर्यटन निदेशालय की स्थापना 1955 मे की गई ।
- राज्य पर्यटन निदेशालय का मुख्यालय जयपुर में स्थित है ।
RTDC
- राजस्थान पर्यटन विकास निगम ( R.T.D.C.) की स्थापना 1 अप्रैल, 1979 में की गई ।
- राजस्थान पर्यटन विकास निगम का मुख्यालय जयपुर में स्थित हैँ ।
- राज्य में पर्यटन के विकास के लिए उत्तरदायी संस्था (R.T.D.C.) है ।
- पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने वाला राजस्थान भारत का प्रथम राज्य है ।
- राजस्थान ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा 1989 में मोहम्मद युनुस समिति की सिफारिश पर दिया ।
- पर्यटन को निर्धूम ( धुंआ रहित ) उद्योग के उपनाम से भी जाना जाता है ।
rajasthan tourism hotels पर्यटकों की आवासीय समस्या
- पर्यटकों की आवासीय समस्या के समाधान के लिए 27 सितम्बर 1991 पेईंग गेस्ट योजना की शुरूआत ( 12 जिलों ) की गई ।
- वर्त्तमान मे पेइंग गेस्ट योजना 33 जिलों मे चलाई जा रही है ।
- पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पर्यटन पुलिस की तैनाती करने वाला राजस्थान भारत का प्रथम राज्य है ।
- राजस्थान मे पर्यटन पुलिस की तैनाती 1अगस्त 2000 मे की गई ।
- राज्य में पर्यटन पुलिस की तैनाती सर्वप्रथम जयपुर के जन्तर-मन्तर व आमेर मे की गई ।
- राजस्थान ने अपनी पर्यटन नीति की घोषणा 27 सितम्बर, 2001 में की ।
- भारत नें अपनी पर्यटन नीति की घोषणा 23 अक्टूबर 2002 में की ।
- पर्यटन को जन उद्योग का दर्जा 2004-05 में दिया गया ।
- राजस्थान पर्यटन विभाग R.T.D.C. द्वारा पर्यटकों की सुविधा हेतु अप्रेल, 2002 में पर्यटन हेल्पलाइन सेवा की शुरूआत की गई ।
पर्यटन सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार
- पर्यटन के क्षेत्र मे दिया जाने चाला सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार 'पाटा' पुरस्कार है ।
- पाटा पुरस्कार की शुरूआत 1985 में की गई ।
- 2010 का पाटा पुरस्कार राजस्थान को दिया गया ।
- 2014 का पाटा पुरस्कार केरल को दिया गया यह 29 वां पुरस्कार था ।
पर्यटन नीति
- सरकार ने पर्यटन को बढावा देने व युवकों को रोजगार से जोड़ने के लिए जून 2011 में पधारो सा योजना की शुरूआत की ।
- राजस्थान में अपनी नई पर्यटन नीति की घोषणा 2015 में की ।
पर्यटकों के लिए शाही रेलगाड़ियां
- 1982-83 में पर्यटन के क्षेत्र में सर्वप्रथम शाही रेलगाडी ( पैलेस व्हील्स) का प्रारम्भ किया गया ।
- 3 सितम्बर 1995 से शाही रेलगाडी को नए सिरे से शुरू किया गया और इसका नाम 'पहियों पर चलने वाला नया राजमहल रखा गया ।
- शाही रेलगाडी को 'द आरियण्टल एक्सप्रेस' के नाम से भी जाना जाता है ।
- यह ट्रेन चितौड, जैसलमेर, जोधपुर, जयपुर होते हुए दिल्ली तक जाती है।
- 2003 में पर्यटन के क्षेत्र मे 'फेयरी क्वीन' नामक ट्रेन की शुरूआत की गई ।
- फेयरी क्वीन शेखावाटी क्षेत्र में चलाईं जा रही है ।
- 2004 में पर्यटन के क्षेत्र में ' विलेज आँन व्हीलस' नामक ट्रेन शुरू की गई ।
- 2006 में पर्यटन के क्षेत्र में "हैरिटेज आँन व्हीलस' नामक ट्रेन शुरू की गई ।
- यह ट्रेन जयपुर, सीकर, झुंझुनू, चूरू से बीकानेर जाती है ।
- 11 जनवरी 2009 में पर्यटन के क्षेत्र में "रॉयल राजस्थान आँन व्हीलस' नामक ट्रेन शुरू की गई ।
- राजस्थान की नवीनतम पर्यटन ट्रेन 'द ग्रेट अरावली सफारी ट्रेन' चलाई जानी प्रस्तावित है ।
- यह ट्रेन अजमेर, राजसमंद व उदयपुर के बीच कामली घाट वादियों में चलाई जायेगी ।
पर्यटकों के लिए बस
- 2003 में पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु जयपुर में डबल डेकर बस 'जयपुर प्राइड 24 की शुरूआत की गई ।
- यह बस सियाराम सिटी संस्था द्वारा संचालित की जा रही है ।
- बीकानेर के लाडैरा गांव में धौरा एक्सप्रैस नामक बस चलाईं जा रही है ।
- पैलेस आँन एयर के माध्यम से पर्यटकों को वायुयान से एतिहासिक स्थलों का भ्रमण कावाया जायेगा ।
- पैलेस आँन वेव्ज के माध्यम से हुगली, चम्बल, यमुना नदियों पर कोलकाता से धौलपुर तक नाव और बेड़ा परिभ्रमण शुरू करने की योजना प्रस्तावित है ।
Rajasthan Tour Route
मरू त्रिकोण
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त्रिकोण |
मरू त्रिकोण में बाडमेर को भी शामिल किया गया है । मरू त्रिकोण को जापान की J.B.I.C. संस्था के सहयोग से विकसित किया जा रहा है ।
शेखावाटी त्रिकोण
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शेखावाटी त्रिकोण में पर्यटन के क्षेत्र में चलाई जा रहीं ट्रेन फेयरी क्वीन है ।
स्वर्णिम त्रिकोण
दिल्ली स्वर्णिम त्रिकोण जयपुर आगरा
स्वर्णिम त्रिकोण, गुड़गांव, अलवर भरतपुर को राष्ट्रीय राजधानी के क्षेत्र में शामिल किया गया है ।
रजत त्रिकोण
मुम्बई रजत त्रिकोण बैगलुरू हैदराबाद
सौर ऊर्जा त्रिकोण
जैसलमेर सोर ऊर्जा त्रिकोण है" बाडमेर जोधपुर हैं
राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र मे 9 सर्किटों मे बांटा गया है
- मरू सर्किट
- माउण्ट आबू सर्किट
- मेवाड सर्किट
- बृज सर्किट
- अलवर सर्किट
- ढूंढाड़ सर्किट
- शेखावटी सर्किट
- मेरवाड़ा सर्किट
- टोंक सर्किट
राजस्थान में तीन पर्यटन सर्किट प्रस्तावित है
- हाडोती सर्किट
- तीर्थ सर्किट
- राष्टीय राजधानी क्षेत्र सर्किट
राजस्थान में चार पर्यटन संभाग स्थित है
जोधपुर, अजमेर, उदयपुर , कोटा
- सांभर झील को पर्यटन के क्षेत्र में ' रामसर साईट ' के नाम से जाना जाता है ।
- दूसरा रामसर साईट केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर है ।
- राजस्थान के दर्शनीय स्थलों के महत्व का कर्नल जेम्स टॉड ने अपनी पुस्तक ' ट्रेवल इन वेस्टर्न इंडिया ' में वर्णन किया है ।
- विदेशी पर्यटकों की भारतीय चिकित्सा पद्धति में बढ़ रही रूची के लिए उदयपुर के केलाशपुरी व हवाला गॉव तथा जोधपुर में आयुर्वेदिक गाँव स्थापित किए गए हैं ।
- आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय की स्थापना जोधपुर मे की गई है ।
- राजस्थान में आध्यात्मिक पर्यटन को बढावा देने से सम्बीधत योजना अपना धाम, अपना काम, अपना नाम' ।
- जयपुर में पर्यटकों को असामाजिक तत्वों से बचाने हेतु चलाया गया अभियान आप्रेशन स्वागत्म ।
- राजस्थान का प्रथम हेरीटेज होटल अजीत भवन , जोधपुर है ।
राज्य का पर्यटन लोगो चिह्न ( Rajasthan Paryatan Logo )
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राज्य का पर्यटन लोगो Rajasthan Paryatan Logo |
राजस्थान में रोपवे
- राज्य का प्रथम रोपवे भीनमाल ( जालोर ) में सुण्डा माता पर्वत पर 20 दिसम्बर 2006 से संचालित है ।
- राजस्थान का दूसरा रोपवे उदयपुर में करणी माता मंदिर पर 8 जून 2008 से संचालित है ।
- राज्य का तीसरा रोपवे सावित्री माता मंदिर (अजमेर) में संचालित है ।
- राज्य में जयपुर के कनक वृंदावन, माउण्ट आबू सिरोही में रोपवे प्रस्तावित है ।
world heritage sites in Rajasthan
- 2010 को जयपुर के जंतर-मंतर को यूनेस्को की वर्ल्ड हैरीटेज की कल्चरल सूची में शामिल किया गया है ।
- यह राज्य की पहली व देश की 23वीं धरोहर है ।
- भरतपुर के घना पक्षी विहार को 1985 में यूनेस्को की नेचूरल हैरिटेज सूची में शामिल किया गया था ।
- राजस्थान का प्रथम हाथी गांव जयपुर में आमेर के कुण्डा ग्राम में स्थापित किया गया है ।
- हाथी गाँव N.H, 8 पर स्थित है । हाथी गांव के पास ही कालबेलिया' स्कूल आँफ डाँस स्थापित किया जा रहा है ।
- हाथी गॉव एशिया का तीसरा गांव है । इस तरह के अन्य दो गॉव श्रीलंका य थाईलैण्ड में है ।
Other Important Facts
- राज्य का पहला राजीव गांधी कन्वेशन सैंटर जोधपुर में बनाया जाएगा ।
- भारत का यह तीसरा टूरिज्म कन्वेशन सेंटर होगा ।
- राज्य का पहला मीरा संग्रहालय उदयपुर में स्थापित किया गया है ।
- राज्य के पहले व भारत के चौथे हेर्मिंग बिज ( झूलता पुल ) का निर्माण चम्बल नदी पर किया गया है ।
- रणथम्भौर में सफारी पार्क बनाया जाएगा ।
- देश का यह तीसरा सफारी पार्क है । जिसमें वन्य जीवों को विचरण करते हुए देखा जा सकेगा ।
- पहला कर्नाटक के बनारघाटा नेशनल पार्क में तथा दूसरा भोपाल में स्थित है ।
- उदयपुर को भारत का सर्वश्रेष्ट अवकाश स्थान के रुप में चुना गया है
2 Comments
Simply amazing.. boon for rpsc English medium aspirants... keep uploading please please
ReplyDeleteSuperb gk for all students
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